अबूधाबी के शेख जायद स्टेडियम पर ट्वेंटी20 के एक ऐसे मैच का आयोजन हुआ, जिसमें रनों की कमी थी, लेकिन दबाव का बोझ भारी था। पाकिस्तान ने श्रीलंका को 5 विकेट से हराकर एशिया कप 2025 के सुपर फोर मैच तीन की जीत हासिल की। ये जीत सिर्फ एक जीत नहीं थी — ये एक बचाव था। जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ बर्बर हार खाई थी, तो श्रीलंका बांग्लादेश के खिलाफ गिर चुका था। दोनों टीमों के लिए ये मैच अंतिम उम्मीद था। और जब 134 का छोटा सा लक्ष्य था, तो भी पाकिस्तान के पांच विकेट पहले 10 ओवर में गिर गए। वो नहीं थे जो बल्लेबाजी कर रहे थे — वो थे जो पिच के जाल में फंस रहे थे।
अबूधाबी की गर्मी और पिच का चालाकी
23 सितंबर, 2025 को अबूधाबी में तापमान 38°C तक पहुंच गया, लेकिन बारिश का कोई अवसर नहीं था। आसमान साफ था, हवा सूखी थी, और दूसरी पारी में ओस का खतरा बढ़ गया। शेख जायद स्टेडियम की पिच शुरुआत में बल्लेबाजों के लिए सुखद थी — तेज़ गेंदबाजी को बॉउंस मिल रहा था, लेकिन जैसे-जैसे गेंद पुरानी होती गई, वैसे-वैसे ये धीमी होती गई। स्पिनर्स को अपना घर मिल गया। एशिया कप 2025 में अब तक स्पिनर्स ने टूर्नामेंट चलाया है, और ये मैच उसी रुझान को जारी रखता है।
क्रिकेट.वन के अनुसार, यहां एक प्रतिस्पर्धी स्कोर 160-170 के आसपास होता है। लेकिन ओस के कारण टीमें चेज़ करना पसंद करती हैं। दूसरी पारी में गेंद फिसलती है, गेंदबाजों के हाथों में कंट्रोल नहीं रहता। इसीलिए जब पाकिस्तान ने श्रीलंका के 134 रन लगाए, तो लगा जैसे कोई आसान लक्ष्य है। लेकिन पिच ने बल्लेबाजों को अपना जाल फैला दिया।
शाहीन ने पहले ओवर में श्रीलंका की शुरुआत तोड़ दी
श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। लेकिन पहले ही ओवर में शाहीन शाह अफ्रीदी ने दोनों ओपनर्स को आउट कर दिया। दो बल्लेबाज, दो विकेट, एक ओवर — ये बस शुरुआत थी। श्रीलंका का स्कोर 27/3 बन गया। बाकी बल्लेबाजों ने अपने आप को बचाने की कोशिश की, लेकिन गेंद धीमी हो रही थी, और स्पिनर्स ने धीरे-धीरे उन्हें घेर लिया। अंत में श्रीलंका का स्कोर 134 रन रह गया — एक छोटा स्कोर, लेकिन इस जगह पर एक बड़ा चुनौती।
पाकिस्तान के बल्लेबाजों को शुरुआत में ही अपनी ताकत दिखाने की जरूरत थी। लेकिन जब पांच विकेट 10 ओवर में गिर गए, तो लगा जैसे ये मैच फिर से बर्बाद हो रहा है। फिर आया हुसैन तलात। उसने न सिर्फ अपने आप को बचाया, बल्कि पूरी टीम को बचाया। उसने 52 रन बनाए, और मोहम्मद नवाज के साथ 63 रन की भागीदारी की। ये जोड़ी ने उस बेकार बन चुके बल्लेबाजी के अंधेरे में रोशनी फैलाई।
पाकिस्तान के खेल का नया चेहरा
इस मैच में पाकिस्तान की प्लेइंग इलेवन में कई नए चेहरे थे। सलमान अघा कप्तान थे, साहिबज़ादा फरहान और फखर जमान ओपनर थे, और अब्रार अहमद जैसे स्पिनर्स ने गेंदबाजी में अपनी जगह बनाई। ये टीम नई नहीं थी — बल्कि बदल रही थी।
पाकिस्तान ने ग्रुप ए में तीन मैच खेले — दो जीत, एक हार। भारत के खिलाफ हार उनके लिए बड़ी झटका थी। लेकिन अबूधाबी में ये मैच उन्हें वापस लाया। श्रीलंका के खिलाफ इस जीत ने उनकी टीम को अपनी असली पहचान दिलाई — न कि बल्लेबाजी की शक्ति से, बल्कि दबाव में जीतने की क्षमता से।
पीसीबी के नेता एक साथ, एक नए दौर की शुरुआत
मैच के बाद मोहसिन नकवी, पीसीबी के अध्यक्ष, ने एक दर्शनीय दृश्य पेश किया। उनके साथ बैठे थे दो पूर्व अध्यक्ष — रमिज राजा और नजम सेथी। चार साल तक एक-दूसरे को आलोचित करते रहे इन लोगों ने अचानक हाथ मिलाए, गले लगाए, मुस्कुराए।
नकवी ने कहा: "हम इस टूर्नामेंट की समीक्षा करेंगे। जो कमजोरियां निकलेंगी, हम एक साथ बैठकर उन्हें सुलझाएंगे।" ये बयान अब तक के सभी बयानों से अलग था। इसमें आरोप नहीं था, बल्कि जिम्मेदारी थी। रमिज और नजम ने भी चुपचाप इसी संदेश को दोहराया। ये नहीं था कि वे एक दूसरे के लिए जीत रहे थे — वे पाकिस्तान क्रिकेट के लिए जीत रहे थे।
अगला कदम: फाइनल की राह
अब पाकिस्तान के सामने अगला मुकाबला भारत के खिलाफ है। लेकिन ये मैच अब उनके लिए बस एक गेम नहीं है — ये एक संकल्प है। श्रीलंका के खिलाफ ये जीत ने उन्हें ये बताया कि वे अपने बल्लेबाजी के दबाव में भी जीत सकते हैं। अगर वे भारत के खिलाफ भी ऐसा ही कर सकें, तो फाइनल उनके लिए बहुत नजदीक है।
श्रीलंका के लिए ये हार एक अंत है। वे टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं। लेकिन उनके लिए भी ये मैच एक सबक था — कि अबूधाबी की पिच पर एक छोटा स्कोर भी बहुत बड़ा चुनौती बन सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
शेख जायद स्टेडियम की पिच पर टीमें क्यों चेज़ करना पसंद करती हैं?
शेख जायद स्टेडियम की पिच शुरुआत में बल्लेबाजों के लिए अच्छी होती है, लेकिन दूसरी पारी में ओस के कारण गेंद फिसल जाती है। इससे गेंदबाजों के लिए गेंद को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए टीमें अक्सर चेज़ करना पसंद करती हैं। यहां टी20 मैचों में दूसरी पारी में बल्लेबाजी का औसत रन रेट 7.30 है, जो पहली पारी के 7.20 से थोड़ा अधिक है।
हुसैन तलात का इस मैच में क्या खास योगदान था?
हुसैन तलात ने 52 रन बनाए, जो पाकिस्तान के लिए सबसे अधिक रन थे। उन्होंने मोहम्मद नवाज के साथ 63 रन की भागीदारी की, जिसने टीम को उस तनावपूर्ण शुरुआत से बाहर निकाला। जब पांच विकेट 10 ओवर में गिर चुके थे, तब तलात ने अपनी शांति और तकनीक से टीम को संभाला। उनका अर्धशतक ने इस मैच का निर्णय ले लिया।
एशिया कप 2025 में स्पिनर्स क्यों इतने प्रभावी रहे हैं?
इस टूर्नामेंट के मैदानों — खासकर अबूधाबी और दुबई — पर पिच धीमी और सूखी है। ये स्पिनर्स के लिए आदर्श हैं। गेंद जमीन पर नहीं चलती, बल्कि घूमती है। अब तक टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से अधिकांश स्पिनर्स हैं, जिन्होंने अपने गेंदबाजी के द्वारा बल्लेबाजों को अपने नियंत्रण में रखा है।
पीसीबी के नेताओं का एक साथ आना क्यों महत्वपूर्ण है?
मोहसिन नकवी, रमिज राजा और नजम सेथी चार साल तक एक-दूसरे के खिलाफ आरोप लगाते रहे। अब उनका एक साथ आना एक नए दौर की शुरुआत है। ये दिखाता है कि पाकिस्तान क्रिकेट के लिए राजनीतिक विवादों के बजाय एकता जरूरी है। इस बात का संकेत देना कि टीम के ऊपर खेल की भावना है, ये टीम के लिए बहुत बड़ा मनोबल बढ़ाता है।
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1 टिप्पणि
Omkar Salunkhe
ye match dekh ke laga jaise pakistan ne kisi neeche ki field se 134 ka target chase kiya tha aur phir bhi har gaya 😅 abhi bhi sab keh rahe hain ki spinners ne match jeeta… par bhai ye pitch pe 134 ka target kyun hai? agar 160-170 normal hai toh 134 toh ek dhoop mein bhi chal jata hai… ye sab spin ki baatein bas cover-up hai
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