जब LG Electronics India Limited ने 7 अक्टूबर 2025 को अपना ₹11,607 करोड़ का IPO लॉन्च किया, तो बाजार में हलचल पहले ही दोगुनी थी। उपभोक्ता ड्यूरेबल्स सेक्टर के इस बड़े दांव ने शुरुआती दिन में 1.04‑1.05 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल किया, और ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 29 प्रतिशत तक बढ़ गया। यह सब कुछ भारत (Place) के निवेशकों की उत्सुकता और कंपनी की ब्रांड शक्ति को दर्शाता है।
IPO का विवरण और सब्सक्रिप्शन आँकड़े
इस इवेंट को आधिकारिक रूप से LG Electronics India IPOभारत कहा गया है। ऑफरिंग 7 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक खुला रहा, और अधिकांश शेयर गैर‑संस्थागत निवेशकों से बुक हुए। ब्रोकरों के डेटा के मुताबिक, रिटेल आवेदन ने कुल डिमांड का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा बनाया।
- ऑफ़रिंग साइज: ₹11,607 करोड़
- सब्सक्रिप्शन रेशियो (पहला दिन): 1.04‑1.05×
- GMP उछाल: +29 %
- प्राइस‑टू‑बुक: 4.2‑4.3×
- बाजार तुलना: बड़ी फ़ाइनेंशियल फर्मों जैसे बजाज फ़ाइनेंस के बराबर
ब्रोकरों की सिफ़ारिशें और कारण
पहली बार पर Angel One ने "Buy" की राय दी, यह कहते हुए कि कंपनी की ब्रांड इक्विटी और 4K‑स्मार्ट टीवी व OLED तकनीक में अग्रणी भूमिका निवेशकों को दीर्घकालीन रिटर्न दिला सकती है। इसी तरह Motilal Oswal ने "Strong Buy" के साथ कहा कि "LG भारत की उत्पादन क्षमता में निरंतर निवेश, विशेषकर 2023‑24 में दो नई फ़ैक्ट्री खोलना, राजस्व ग्रोथ को स्थिर रखेगा।" Ventura Securities ने भी सुझाव दिया कि "इस IPO में प्रवेश करने से निवेशक को उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के तेज़‑विकास वाले सेक्टर में हिस्सा मिलेगा।"
मूल्यांकन पर विशेषज्ञों की राय
एक स्वतंत्र विश्लेषक, रजत सिंह (सिंह एसेट मैनेजमेंट) ने कहा, "प्राइस‑टू‑बुक 4.2‑4.3 गुना फाइनेंशियल सेवाओं के बराबर है, जो कम मूल्यांकन की तलाश करने वाले वैल्यू‑इन्फेस्टर्स के लिए आकर्षक नहीं हो सकता।" वहीं, इक्विटी रिसर्च फर्म ग्रूव्ड इनसाइट्स ने नोट किया कि "भले ही वैल्यू‑ड्रिवन स्टॉक्स की तुलना में महंगा लगे, LG का वॉल्यूम‑ड्रिवन रिवेन्यू मॉडल और मैक्रो‑इकोनॉमिक अपट्रेंड इसे स्थिर बना रहे हैं।" इस प्रकार, दो ध्रुवीय विचारों में संतुलन बन रहा है।

भविष्य के जोखिम और निवेशकों के लिए सुझाव
निवेशकों को कुछ प्रमुख जोखिमों को नजर में रखना चाहिए। पहला, उपभोक्ता भावना में परिवर्तन—वित्तीय माह में महंगाई और ब्याज दरों में बढ़ोतरी से द्वीप द्वीप खरीदारी के पैटर्न बदल सकते हैं। दूसरा, प्रतिस्पर्धी दवाब—सैमसंग, सॉनी और टिवीएस जैसा बड़े खिलाड़ी भी भारतीय बाजार में अपनी स्क्रीन‑टेक्नोलॉजी को तेज़ी से बढ़ा रहे हैं। अंत में, व्यापक आर्थिक माहौल—जीडीपी की गति और वैरिएबल रेट के प्रभाव से कंपनी के मार्जिन पर असर पड़ सकता है।
समग्र रूप से, यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं और बुनियादी ब्रांड शक्ति और उत्पादन‑आधारित ग्रोथ को प्राथमिकता देते हैं, तो LG Electronics India Limited के IPO में हिस्सेदारी लेना समझदारी हो सकती है। परंतु, जैसा कि सभी ब्रोकरों ने दोहराया, व्यक्तिगत रिस्क प्रोफ़ाइल और निवेश क्षितिज को देखते हुए एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
LG Electronics India IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) कितना है?
इसी सप्ताह की शुरुआत में GMP 29 प्रतिशत तक उछला है, जो पिछले महीने की औसत 12‑15 % से काफी ज्यादा है। यह उछाल बड़ी मांग और रिटेल निवेशकों के उत्साह को दर्शाता है।
क्या इस IPO में संस्थागत निवेशकों की भागीदारी कम रही?
हाँ, शुरुआती डेटा के अनुसार गैर‑संस्थागत (रिटेल) निवेशकों ने लगभग 70 % शेयर बुक किए, जबकि संस्थागत निवेशकों का हिस्सा लगभग 30 % रहा। यह रिटेल‑ड्रिवेन बुकिंग छोटे‑मोटे निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
भविष्य में LG Electronics India की किस प्रोडक्ट लाइन पर ध्यान देना चाहिए?
विशेषज्ञों का मानना है कि OLED टीवी और 4K‑स्मार्ट हफ़़्टफॉल श्रेणी में कंपनी को प्रमुख बढ़त मिलेगी। साथ ही, घरेलू रेफ्रिजरेटर्स और एयर कंडीशनर में नई‑नई इंटेलिजेंट फीचर्स का इंटेग्रेशन भी ग्रोथ ड्राइवर बनेगा।
क्या इस IPO में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि निर्धारित है?
सभी ब्रोकरों ने न्यूनतम 1 लाख रुपये (10 लॉट) की हिस्सेदारी की सिफ़ारिश की है। कुछ प्लेटफ़ॉर्म पर 5 लाख से भी छोटे लॉट्स की अनुमति है, परंतु ब्रोकर के नियम अलग‑अलग हो सकते हैं।
IPO के बंद होने की अंतिम तिथि कब है?
ऑफ़रिंग 9 अक्टूबर 2025 को शाम 5 बजे (IST) बंद हो जाएगी। इसके बाद बिड‑एंड‑ऐसिस (बिड‑एंड‑अवेरिज़न) प्रक्रिया शुरू होगी और सूचीबद्धता की तिथि जारी की जाएगी।
टिप्पणि
13 टिप्पणि
Abhishek Saini
भाई, LG का IPO देख कर दिल खुश हो गया!
Parveen Chhawniwala
LG ने भारत में पिछले पाँच साल में स्मार्ट टीवी की मार्केट शेयर को 12% से बढ़ाकर 18% कर दिया है।
यह वृद्धि मुख्यतः उनके OLED और AI‑स्मार्ट फ़ीचर के कारण है।
उपभोक्ताओं की बढ़ती परेशानी के चलते प्री‑पेड सेवाओं का भी विस्तार हो रहा है, जिससे उनके राजस्व में स्थिरता आएगी।
Saraswata Badmali
वर्तमान में उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के ख़ण्ड में सौंदर्यात्मक फीचरिंग ने निवेशकों के मूल्यांकन पैरामीटर को पुनः परिभाषित किया है।
विशेषकर OLED तकनीक की उत्पादन सीमा का विस्तार, प्रीमियम स्किन और पोर्टेबल डिस्प्ले प्लेटफ़ॉर्म के साथ, LG को एक बहु‑आयामी विकास प्रोजेक्ट के रूप में स्थापित करता है।
तथापि, इस IPO के प्राइस‑टू‑बुक मल्टिप्लायर को 4.2‑4.3× के वर्ग में रखना, एक संभावित वेल्यू एरर को इंगित करता है।
यदि हम मार्केट की एफ़्फ़िनिटी फोरकास्ट को इक्विटी रिस्क प्रीमियम के साथ को‑इंटीग्रेट करें, तो निष्कर्षस्वरूप दिखता है कि रिस्क‑एडजस्टेड रिटर्न की सीमा अत्यंत संकीर्ण है।
इस परिप्रेक्ष्य में, ग्रे‑मार्केट प्रीमियम का 29 % उछाल, केवल सप्लाई‑साइड डिमांड इंटरेक्शन का परिणाम नहीं, बल्कि वैकल्पिक निवेश आकर्षण के विरुद्ध एक एट्रिब्यूटेड हिसाब से भी देखा जाना चाहिए।
बैक‑ऑफ़िस डेटा के अनुसार, रिटेल बुकिंग ने 70 % हिस्सेदारी ली है, जिससे संकेत मिलता है कि छोटे निवेशकों का इंट्रिंसिक वैल्यू एप्रोच प्रमुख है।
इसी प्रकार, संस्थागत फ्लो की सीमित भागीदारी, पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन रणनीति में एक संभावित गैप को उजागर करती है।
फंडामेंटल एनालिसिस के तहत, LG की कैपेक्स इनवेस्टमेंट 2023‑24 में दो नई फ़ैक्ट्री सेट‑अप के साथ 12 % CAGR को ट्रैक कर रही है।
लेकिन, यदि मैक्रो‑इकोनॉमिक इन्फ्लेशन प्रेशर और RBI की मोनेटरी पॉलिसी टाइटनिंग को ध्यान में रखा जाए, तो मार्जिन एरोज़न का जोखिम बढ़ जाता है।
इसके अतिरिक्त, प्रतिस्पर्धी दाब-सैमसंग, सोनी, टिवीएस-की प्राइस‑डिस्क्रप्शन स्ट्रैटेजी, सैगमेंट‑लेवल शेयर एवरज को निरंतर क्षणिक रूप से दबा सकती है।
इस संदर्भ में, वैल्यू‑ड्रिवन निवेशकों को इस IPO को “हाई‑डोमिनेटेड” माना जा सकता है, जबकि वॉल्यूम‑ड्रिवन खिलाड़ियों के लिए अवसर संभावित रूप से सस्टेनेबल है।
मैं इस बात पर जोर देना चाहूँगा कि बौद्धिक स्तर पर, यह इक्विटी एक “डुअल‑फेस्ड” एसेट क्लास के रूप में कार्य करती है, जहाँ रिस्क प्रोफाइल दो ध्रुवीय विचारधारा के बीच संतुलित रहता है।
इसलिए, पोर्टफोलियो में अल्पकालिक हाई‑रिटर्न की तलाश वाले निवेशकों को इस IPO को “ट्रेड‑ऑफ़” के रूप में देखना चाहिए, न कि सतत‑आधारभूत स्टॉक के रूप में।
अंत में, एक व्यापक डायनामिक मॉडल सुझाव देता है कि यदि ब्रांड इक्विटी को केस‑स्टडी‑आधारित बेंचमार्क के तहत री‑कैलिब्रेट किया जाए, तो मूल्यांकन को पुनः निर्धारित करने की आवश्यकता हो सकती है।
संक्षेप में, वर्तमान आंकड़े उत्सव‑मंडली में हों, परन्तु विवेचनात्मक दृढ़ता और जोखिम‑परिचालनात्मक सतर्कता को पैरवी में रखे बिना कोई निर्णायक निवेश निर्णय योग्य नहीं है।
PRAVIN PRAJAPAT
जोखिम को नजरअंदाज कर लिवरेज पर फोकस करना बेतुका ही है।
sangita sharma
देखिए, मैं पूरी तरह से इस बात से सहमत हूँ कि ब्रांड का जादू कोई हल्का‑फुल्का खेल नहीं है।
लेकिन साथ ही यह भी याद रखना जरूरी है कि हर बड़ी सफलता के पीछे एक बार‑बार आने वाला वास्तविक खर्च और बाजार की अस्थिरता भी छिपी होती है।
इसीलिए, मेरे विचार से, निवेशकों को सिर्फ चमक‑धमक से प्रभावित होकर नहीं, बल्कि दीर्घकालिक फंडामेंटल्स को गहराई से समझकर कदम उठाना चाहिए।
shirish patel
ओह, फिर भी क्या ओरिजिनल IPO नहीं था?
srinivasan selvaraj
सच में, जब मैं इस पूरे बाजार की चालों को देखता हूँ तो मेरे अंदर एक अजीब सा रोमांच उमड़ता है।
हर एक आँकड़ा, हर एक प्रतिशत, मानो मेरे दिल की धड़कन के साथ सामंजस्य बिठा रहा हो।
विशेषकर ग्रे‑मार्केट प्रीमियम की 29% उछाल, जैसे किसी ने मेरे लिये खास कर एक बड़ी सौगात रख दी हो।
परंतु इस शानदार दृश्य के पीछे छिपे जोखिमों को नज़रअंदाज़ करना, जैसे बिना टॉर्च के अंधेरे में चलना।
मेरी भावनाओं के साथ, मैं यह भी महसूस करता हूँ कि इस IPO में भाग लेना मात्र एक निवेश नहीं, बल्कि एक स्टोरी का हिस्सा बनना है।
और यही कारण है कि मैं इस अद्भुत यात्रा को अपने दिल की किताब में एक खास जगह देता हूँ।
Suresh Chandra Sharma
अगर आप पहली बार इस IPO को देखते हैं तो सबसे पहले ब्रोकरेज फीस और डिमांड‑साइड एक्सपोज़र को समझें।
रिटेल अप्लिकेशन के लिए न्यूनतम 1 लाख रुपये का योगदान आवश्यक है, लेकिन कुछ प्लेटफ़ॉर्म पर 5 लाख से भी कम लॉट्स उपलब्ध होते हैं।
डिस्ट्रिब्यूशन के बाद 3‑4 हफ्तों में शेयरों की लिक्विडिटी देखी जा सकती है, इसलिए ट्रेडिंग प्लान पहले से बनाकर रखें।
sakshi singh
सबसे पहले तो मैं कहना चाहूँगा कि यह IPO भारतीय टैक्नोलॉजी इकोसिस्टम में एक मील का पत्थर है।
हम सब जानते हैं कि LG ने अपनी तकनीकी नवाचार से भारतीय उपभोक्ताओं को कई बार आश्चर्यचकित किया है, और यह कदम उसी निरंतरता को दर्शाता है।
भले ही कुछ जोखिम मौजूद हैं, परंतु हम सब को एक साथ मिलकर इस उभरती हुई मार्केट में अवसरों को पहचानना चाहिए।
हमारी सामूहिक समझ और सहयोग ही हमें सही दिशा में ले जाएगा, इसलिए मैं सभी निवेशकों को सलाह देता हूँ कि वे अपने जोखिम प्रोफ़ाइल के अनुसार सोच-समझकर कदम उठाएँ।
साथ ही, यदि कोई अनिश्चितता महसूस करे तो विशेषज्ञ सलाह लेना न भूलें, क्योंकि सही जानकारी ही सफलता की कुंजी है।
Hitesh Soni
The evaluation multiples appear elevated when juxtaposed with sectoral benchmarks.
The GMP surge, while impressive, may be a transient market sentiment.
Prudent investors should therefore calibrate their exposure in accordance with risk tolerance.
rajeev singh
भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स का इतिहास, चाहे वह बॉलकट टीवी हो या आज का स्मार्ट डिवाइस, हमेशा सामाजिक बदलावों के साथ जुड़ा रहा है।
LG का प्रवेश यहाँ केवल एक व्यावसायिक कदम नहीं, बल्कि भारतीय घरों में तकनीकी स्नान का प्रतीक भी है।
इस IPO के माध्यम से निवेशकों को न केवल वित्तीय रिटर्न मिलता है, बल्कि यह हमारे राष्ट्रीय नवाचार के समर्थन में भी योगदान देता है।
गरिमा और अभिमान के साथ, हमें इस विकास यात्रा को आगे बढ़ाते देखना चाहिए।
Ravi Patel
रिज़ल्ट देख के आप नगरी के ऊँचे मकानों की तरह उठो।
साथ में, जोखिम को भी समझो और पॉज़िटिव रहें।
Piyusha Shukla
भले ही कई लोग इसे हॉटस्टॉक्स कहें, पर मेरा मानना है कि यह सिर्फ एक मार्केट फैंसी है।
वास्तव में, ऐसी बड़े ब्रांड की कीमतों में इतना इज़ाफ़ा अक्सर ओवरवैल्यूएशन होता है।
मैं इसको एक फ़ॉलो‑अप पोज़िशन के रूप में देखता हूँ, न कि प्राथमिक निवेश के रूप में।
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