जब केएल राहुल, विकेट‑कीपर बैट्समैन of इंडिया ए ने 30 सितंबर 2025 को एकना स्टेडियम, लखनऊ में 176 बिना आउट के बनाकर इतिहास रचा, तो भारत के फ़ैन जश्न में झूम उठे। 412 रन की लक्ष्य राशि को 5‑विकेट से पार करना अब तक का सबसे बड़े चेस माना जाता है, और यह जीत सीरीज को भी उनका बना देती है।
मैच का सारांश
पहले दिन दोनों टीमों ने टॉस जीतने के बाद बैटिंग पचा ली। ऑस्ट्रेलिया ए ने 582/7 पर समाप्त किया, जिसमें कोरी रोचकियोली ने तेज़ पिच को भाँपते हुए 4 विकेट लिए। भारत के लिए लक्ष्य बड़ा था, पर राहुल ने पहले इनिंग में 11 रन ही बनाए — एक छोटे‑से शुरुआती पर फोकस खो गया था।
तीसरे दिन देर‑से दोपहर में राहुल 74 रन पर चोट के कारण बाहर चले गए। टीम ने भी 3‑विकेट गिराए, फिर भी 2‑वॉक के बाद टॉड मैफ़र ने एमजे सुथर को 5 रन पर मार दिया, जिससे भारत के लिए फॉलो‑ऑन की चेतावनी आ गई।
लेकिन चौथे दिन की सुबह जब राहुल फिर से crease पर आए, तो माहौल बदल गया। उन्होंने 210 गेंदों में 176* बनाते हुए 16 चौके और 4 छक्का मारा। यह उनका 22वां प्रथम‑क्लास शतक था, और इस शतक की पारी 136 गेंदों में पूरी हुई — एक तेज़ और रिफ़ॉर्मिंग परफॉर्मेंस। अंत में भारत 5‑विकेट से 413/5 पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
राहुल का शतक और तकनीकी परिप्रेक्ष्य
राहुल की पारी में दो मुख्य पहलू सामने आए: न्यायसंगत खेल और सटीक शब्दावली। उन्होंने ऑफ‑स्पिनर को बाउंड्री की तरह तोड़ते हुए रोचकियोली की लम्बी रेंज को भेद दिया। फिर भी, जब टॉड मैफ़र ने मैलवेस्टर पर सर्टिफ़िकेट बॉल डाली, तो राहुल ने धीरे‑धीरे पैर को शाफ़्ट कर स्ट्रीक को शॉर्ट‑पिच पर टाका — यह तकनीकी कुशलता बताती है कि वह कैसे दबाव में भी संयम बरतते हैं।
एक और रोचक बात यह थी कि राहुल ने अपने शॉट में ‘मिनी‑स्विंग’ का उपयोग किया, जिससे गेंदें बाउंड्री लाइन पर जमे। यह शैली पिछले वर्षों में उनके इंग्लैंड टेस्ट सीरीज (532 रन, औसत 53.20) में भी देखी गई थी।
अन्य खिलाड़ियों की भूमिका
राहुल के साथ साई सुधरसन ने भी चमक दिखायी। उन्होंने पहले इनिंग में 75 रन बनाए, फिर दूसरे में 100 रन (172 गेंद) बनाकर टीम को गहराई दी। उनका 9 चौके और 1 छक्का, रोचकियोली के खिलाफ, एक शानदार मध्य‑ऑर्डर साबित हुआ।
खुलते किनारे पर नारायण जगदेesan ने 36 रन बनाकर 84‑रन की शुरुआती साझेदारी को स्थापित किया, जिससे पहले विकेट के बाद का झुंझावात कम हुआ।
ऑस्ट्रेलिया ए की गेंदबाज़ी और प्रतिक्रिया
ऑस्ट्रेलिया ए की गेंदबाज़ी में टॉड मैफ़र ने सबसे सफल प्रदर्शन किया — मैच में कुल 5 विकेट (3/114 भारत के दूसरे इनिंग में)। उनका स्पिन और बैक‑ऑफ़ दोनों ही मोमेंट में महत्त्वपूर्ण थे, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि टीम ने कई चांस छोड़ी। "हमने कई मौके बनाए, पर उनका फायदा नहीं उठाया," मैफ़र ने पोस्ट‑मैच इंटरव्यू में कहा।
ऑस्ट्रेलिया की टीम के अनुसार, पिच ने उनके लिए अधिक ग्रिप नहीं दिया, जिससे उन्हें तेज़ बॉल पर रफ़्तार कम करनी पड़ी। इस कारण से उनके कई ऑउटलैंडिंग्स को भारत के बैट्समैन ने आसानी से चुकता दिया।
भविष्य की संभावनाएँ और चयन पर असर
राहुल का शानदार प्रदर्शन न केवल इस सीरीज़ को जीत की ओर ले गया, बल्कि उनके अंतर्राष्ट्रीय चयन को भी सुदृढ़ किया। वे जल्द ही घर पर होने वाली इंग्लैंड ODI श्रृंखला और 2025 के चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत के स्क्वाड में तय हो चुके हैं। कोचिंग स्टाफ ने कहा कि ऐसा प्रदर्शन "टेस्ट प्लेयर की मानसिकता और ODI फॉर्म के संतुलन को दर्शाता है।"
साई सुधरसन और नारायण जगदेesan भी अपनी स्थिरता से इंटर्नेट इंट्राकॉंटिनेंटली स्टारडम की ओर बढ़े हैं। उनके आँकड़े — सुधरसन के 100‑रन पारी में स्ट्राइक रेट 58.14 और जगदेesan का 36‑रन शुरुआती साझेदारी — टीम को अगली अंतर्राष्ट्रीय सीजन में बैटिंग ऑर्डर में भारी भरोसा देगा।
मुख्य तथ्य
- इंडिया ए ने 412‑रन लक्ष्य को 5‑विकेट से पार किया — सबसे बड़ा सफल चेस।
- केएल राहुल ने 176* (210 बॉल) बनाते हुए अपना 22वाँ प्रथम‑क्लास शतक लिखा।
- साई सुधरसन ने 100 रन (172 बॉल) बनाए, 9 चौके और 1 छक्का के साथ।
- टॉड मैफ़र ने 5 विकेट (मैच में) लिए, लेकिन मौके गंवाए।
- मैच 30 सितंबर 2025 को लखनऊ के एकना स्टेडियम में खेला गया।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
केएल राहुल की इस पारी का भारत की टीम पर क्या असर पड़ेगा?
राहुल का 176* न केवल मैच को जीत दिलाया, बल्कि उनके कंडीशन और फ़ॉर्म को भी साबित किया। यह उनके अगले ODI और चैंपियंस ट्रॉफी चयन को सुरक्षित करेगा, और युवा बैट्समैन के लिए एक रोल मॉडल भी बन जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया ए की गेंदबाज़ी में किन्हें सुधार की जरूरत है?
टॉड मैफ़र ने स्पिन में बेहतर वैरिएशन दिखाया, पर उनकी एक्यूरसी कम थी। टीम को लाइन‑एण्ड‑लंबाई पर ध्यान देना होगा और कम वॉक‑ऑफ़ के साथ कंसिस्टेंट डॉट बॉल्स देना होगा।
साई सुधरसन की शतक ने भारत के बैटिंग क्रम में क्या बदलाव ला सकते हैं?
सुधरसन की 100‑रन पारी ने दिखाया कि मध्य‑ऑर्डर में बैटिंग गहराई है। आगामी टेस्ट और ODI में उन्हें फाइंडर या नंबर‑4 की जगह दी जा सकती है, जिससे टीम की स्थिरता बढ़ेगी।
इस जीत से इंडिया ए ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ कौन-सी रिकॉर्ड बनाई?
इंडिया ए ने 412‑रन के लक्ष्य को 5‑विकेट से पार कर अपनी सबसे बड़ी सफल चेस पूरी की। यह पहले की किसी भी भारतीय A‑टीम की तुलना में सबसे ऊँचा टार्गेट है, जिसे उन्होंने हासिल किया।
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1 टिप्पणि
Balaji Srinivasan
केएल राहुल की पारी देख कर टीम की गहरी ताकत का एहसास हुआ। उनके आँकड़े सिर्फ रनों से ज्यादा मानसिक दृढ़ता दिखाते हैं। इस जीत से भारत की मध्यम क्रम की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी। उम्मीद है आने वाले सीज़न में और भी ऐसे पलों का आनंद मिलेंगे।
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