इंदिरा गांधी की 40वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह
जम्मू-कश्मीर की प्रदेश कांग्रेस इकाई ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 40वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला के नेतृत्व में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर फूलों के हारों से इंदिरा गांधी की प्रतिमा को सजाया गया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थनाएँ की गईं।
इंदिरा गांधी की योगदानों की याद
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेताओं ने इंदिरा गांधी के अद्वितीय योगदान को याद किया और उनकी भूमिका को सराहा जो उन्होंने भारत के राष्ट्रीय विकास में निभाई। इंदिरा गांधी को 'आयरन लेडी' के रूप में जाना जाता था और उन्होंने अपनी निर्णायक योजनाओं से देश को नई दिशा दी। उनका भारत के औद्योगिक विकास, महिलाओं के सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन की दिशा में दिए गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
सरदार वल्लभभाई पटेल को भी दी श्रद्धांजलि
इस अवसर पर वही कार्यक्रम में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को भी श्रद्धांजलि दी गई। सरदार पटेल, जिन्हें भारत के 'लौह पुरुष' के रूप में जाना जाता है, ने स्वतंत्र भारत के एकीकरण और प्रशासनिक ढांचे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कांग्रेस नेताओं ने सरदार पटेल के अनुकरणीय योगदान की सराहना की और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
देशभर में आयोजन
जम्मू-कश्मीर में आयोजित इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम का हिस्सा देशभर में आयोजित होने वाले अन्य समारोहों का भी था जो कांग्रेस ने इंदिरा गांधी की स्मृति में आयोजित किए थे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य इंदिरा गांधी की शिक्षाओं और उनके दिखाए गए मार्ग को जनता के बीच फैलाना था। इस दौरान हरिदानेश्वर के हित के लिए समर्पण और बलिदान का सन्देश भी दिया गया।
इंदिरा गांधी: एक दृष्टि
इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवम्बर 1917 को देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीमती कमला नेहरू और पंडित जवाहरलाल नेहरू के घर हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा इलाहाबाद में हासिल की और फिर विदेश में पढ़ाई के लिए चली गईं। इंदिरा गांधी का राजनीतिक जीवन उनके पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने से शुरु हुआ। उन्होंने 1966 में भारत की प्रधानमंत्री का पद संभाला और लंबे समय तक इस पद पर रहते हुए देश का नेतृत्व किया।
देश के पहले और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहते हुए, इंदिरा गांधी ने भारत की राजनीति और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव किए। 'गरिबी हटाओ' का नारा और बैंकों का राष्ट्रीयकरण जैसे फैसले उनकी दूरदर्शिता का प्रतीक हैं। इन सभी कार्यों के चलते उन्होंने देश में एक नये युग का सूत्रपात किया और उन्हें एक सशक्त नेता माना गया।
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