एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
आज, हम भारत के 11वें राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके द्वारा व्यक्त किए गए प्रेरणादायक विचारों को याद कर रहे हैं। डॉ. कलाम ने अपने जीवन में एक वैज्ञानिक, नेता और दार्शनिक के रूप में विपुल योगदान दिया। वे देश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बने और उनकी शिक्षाएं हमें आदर्श मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, जिन्हें 'मिसाइल मैन' भी कहा जाता है, का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में समर्पित कर दिया और देश की रक्षा शक्ति को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपने वैज्ञानिक करियर के अलावा, उन्होंने शिक्षा और नवोन्मेष पर भी विशेष जोर दिया।
शिक्षा का महत्व
डॉ. कलाम का मानना था कि शिक्षा किसी भी समाज की रीढ़ होती है। उन्होंने कहा था, "शिक्षा हमें हमें ज्ञान का वाहक बनाती है, और यह दुनिया के लिए सबसे शक्तिशाली हथियार है।" उनके अनुसार, सशक्त और शिक्षित युवा ही देश का भविष्य होते हैं।
नवाचार और विज्ञान
विज्ञान और नवाचार में कलाम का अवदान अपार है। उन्होंने हमेशा विज्ञान को समाज का एक अटूट हिस्सा माना। उनका मानना था, "विज्ञान न केवल नवाचार का स्रोत है, बल्कि सामाजिक उन्नति का आधार भी है।" उनकी यह सोच हमें नवीनतम तकनीकों को अपनाकर समाज की सेवा करने के लिए प्रेरित करती है।
कड़ी मेहनत और उत्कृष्टता
डॉ. कलाम ने हमेशा लोगों को कड़ी मेहनत और उत्कृष्टता की ओर प्रेरित किया। उन्होंने देखा कि लक्ष्य निर्धारण और कठिन परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा था, "अपने सपनों को साकार करने के लिए हमें अपने प्रयासों को दुगना करना चाहिए।" उनके ये विचार हमें निरंतर प्रयासरत रहने की अहमियत बताते हैं।
नैतिक मूल्यों का महत्व
डॉ. कलाम के अनुसार, एक मजबूत नैतिक आधार किसी भी व्यक्ति या समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "नैतिक मूल्यों का पालन करना आवश्यक है, क्योंकि ये हमारे जीवन को सही दिशा में ले जाते हैं और हमें सही निर्णय लेने में सक्षम बनाते हैं।" उनका यह दृष्टिकोण हमें व्यक्तिगत और सामुदायिक जीवन में नैतिकता की महत्वपूर्णता को समझाता है।
10 प्रेरणादायक विचार
डॉ. कलाम के अनेक विचारों में से 10 महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक विचार इस प्रकार हैं:
- अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उसे पाने के लिए जी-जान लगा दें।
- शिक्षा और आत्म अनुशासन आपकी सबसे बड़ी ताकत हैं।
- विफलता भी आपकी शिक्षा का हिस्सा है, इसे नकारात्मक तौर पर न लें।
- हमारे कार्य चाहे छोटे हों या बड़े, उन्हें पूरी ईमानदारी और मेहनत से करें।
- नवाचार किसी भी राष्ट्र की प्रगति का मूल है।
- स्वयं की सीमाओं को पहचानें और उन्हें पार करने का प्रयास करें।
- संयम और दृढ़ता के साथ हर चुनौती का सामना करें।
- देश की सेवा सबसे बड़ी सेवा है, इसे अपना ध्येय बनाएं।
- समाज के सभी वर्गों की उन्नति के लिए हमें मिलकर कार्य करना होगा।
- ईश्वर पर विश्वास रखें, आत्मविश्वास को कभी कम न होने दें।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की ये शिक्षाएं और विचार हमें आज भी प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। उनकी व्यावहारिक सोच और दूरदर्शिता हमें हमारे उत्तरदायित्व के प्रति जागरूक बनाती है। इस पुण्यतिथि पर हम सभी को उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए और उनके आदर्शों पर चलकर अपने जीवन को सार्थक बनाना चाहिए।
समाज के प्रति उत्तरदायित्व
डॉ. कलाम ने हमेशा समाज के प्रति उत्तरदायित्व का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा था, "हमें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझना और उन्हें निभाना चाहिए। यह केवल व्यक्तिगत विकास के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज की प्रगति के लिए भी आवश्यक है।"
उनके ये विचार हमें यह बताते हैं कि एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए हमारा योगदान कितना महत्वपूर्ण है। हमें न केवल अपने लिए, बल्कि समाज के हर वर्ग के विकास के लिए कार्य करना चाहिए।
आज, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि के अवसर पर, हमें उनके जीवन और कार्यों से सीख लेकर अपने जीवन को अधिक सकारात्मक और प्रेरणादायक बनाना चाहिए। उनके विचारों को अपनाकर हम एक सशक्त और समृद्ध समाज का निर्माण कर सकते हैं।
उनकी ये प्रेरणादायक शिक्षाएं और विचार हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे और हमें एक बेहतर नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करते रहेंगे।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति को हमारी श्रद्धांजलि।
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