अंतिम कुछ हफ्तों में भारत की सबसे बड़ी ऑटो कंपनियों में से एक, Tata Motors, ने शेयर बाज़ार में एक कड़वा गिरावट देखी – 4% की गिरावट, और इसका सीधा कारण एक बड़े साइबर अटैक को सौंपा गया है। इस हमले के निशाने पर रहा है कंपनी का ब्रिटिश लक्ज़री ब्रांड Jaguar Land Rover, जिसकी उत्पादन रुकावट ने न केवल कंपनी को बल्कि पूरे ब्रिटेन की ऑटो सप्लाई चेन को हिला कर रख दिया है।
साइबर अटैक की विस्तृत कहानी
सितंबर 2025 की शुरुआत में, JLR की IT नेटवर्क में अज्ञात हैकरों ने घुसपैठ की। प्रारम्भिक बयान में कंपनी ने उत्पादन को 24‑सितंबर तक रोकने का फैसला किया, लेकिन फॉरेंसिक जांच में कई अनसुलझे सवालों के कारण इस अवधि को 1‑अक्टूबर 2025 तक बढ़ा दिया गया। इस दौरान, JLR की तीन प्रमुख यूके फैक्ट्रीं, जो मिलकर लगभग 1,000 गाड़ियों का उत्पादन करती थीं, पूरी तरह बंद रह गईं।
हैकर्स का दावा है कि वे Scattered Spider, Lapsus$ और ShinyHunters समूहों से जुड़े हैं। Sophos के साइबर सुरक्षा शोधकर्ता कहते हैं कि इस समूह ने पहले भी सोशल‑इंजीनियरिंग के माध्यम से कई बड़े रिटेलर और व्यवसायों को निशाना बनाया है, और अब उन्होंने ऑटोमोटिव उद्योग में पैर जमाया है।

आर्थिक प्रभाव और आगे की चुनौतियां
JLR का उत्पादन बंद होना सिर्फ उत्पादन लाइन का मुद्दा नहीं, बल्कि एक आर्थिक आपदा है। कंपनी ने बताया कि उत्पादन रुकने के कारण वह प्रतिहफ्ता लगभग £50 मिलियन (लगभग $68 मिलियन) का नुकसान उठा रही है। 33,000 कर्मियों को घर भेजना पड़ा, और इस बंदी से सप्लायर नेटवर्क में 104,000 तक नौकरियां खतरे में हैं।
यह घटना Tata Motors के लिए और भी घातक साबित हो रही है क्योंकि JLR, समूह की कुल आय का लगभग 70% हिस्सेदारी रखता है। FY25 में 4 लाख कारों की बिक्री के साथ, यह ब्रांड समूह के राजस्व का मुख्य आधार है। विशेषज्ञों ने बताया कि यदि यह स्थिति नवम्बर 2025 तक बनी रही तो कुल नुकसान £2 बिलियन तक पहुंच सकता है, जो FY25 के लाभ से भी अधिक है।
एक और बड़ा खुलासा यह है कि JLR ने इस साइबर अटैक के लिए कोई साइबर बीमा पॉलिसी नहीं ली थी। वरिष्ठ बीमा विशेषज्ञों के अनुसार, लॉकटन नामक ब्रोकर ने कंपनी के लिए बीमा व्यवस्थित करने की कोशिश की थी, पर समझौता समय पर नहीं हो सका। इस वजह से कंपनी अब पूरे आर्थिक बोझ को सीधे अपने पास ही ले रही है।
- कंपनी को हर हफ्ते £50 मिलियन का उत्पादन नुकसान
- 33,000 कर्मचारियों को अडचणी का सामना
- स्प्लाई चेन में 104,000 रोजगार पर असर
- संभावित कुल नुकसान £2 बिलियन तक
ब्रिटेन की सरकारी प्रतिनिधि भी इस स्थिति को गंभीरता से ले रहे हैं। बिज़नेस मंत्री पीटर काइल और उद्योग मंत्री क्रिस मैकडॉनल्ड ने मंगलवार को JLR के प्रमुख अधिकारियों से मुलाक़ात की, ताकि उत्पादन पुनः शुरू करने के उपायों पर चर्चा की जा सके। इस बीच, यूनाइट ट्रेड यूनियन ने सरकार से अनुरोध किया है कि वे प्रभावित कंपनियों को वित्तीय मदद प्रदान करें, ताकि बड़े पैमाने पर नौकरी छूटने से बचा जा सके।
जुबली, जुलाई 2025 में JLR ने पहले एक टैरिफ‑संबंधी मुद्दे के कारण उत्पादन बंद किया था; अब यह दूसरा बड़ा ठहराव है। विशेषज्ञ कहते हैं कि यह घटना वैश्विक स्तर पर कंपनियों की साइबर सुरक्षा कमजोरियों को उजागर करती है। स्वास्थ्य, रक्षा, वित्तीय सेवाओं और रीटेल जैसी कई सेक्टरों में इसी तरह के रैंसमवेयर और डेटा चोरी के केस लगातार बढ़ रहे हैं।
जैसे ही JLR अपनी फॉरेंसिक जांच पूरी करने की दिशा में बढ़ रहा है, कंपनी ने एक चरणबद्ध पुनः शुरूआत योजना तैयार कर ली है। अब उनका लक्ष्य है कि अगले कुछ महीनों में धीरे‑धीरे उत्पादन लाइनों को चालू किया जाए, लेकिन यह प्रक्रिया कई अनिश्चितताओं से भरी हुई है। कंपनी ने जनता और ग्राहकों से माफी मांगी है और कहा है कि वे स्थिति के बारे में नियमित अपडेट देते रहेंगे।
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