डोनाल्ड ट्रंप की जीत और डॉलर की मजबूती से सोने की कीमतों में गिरावट
डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिका में राष्ट्रपति पद की जीत ने आर्थिक जगत में हलचल मचा दी है। उनकी जीत के परिणामस्वरूप डॉलर की मजबूत स्थिति ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया। इस अप्रत्याशित परिणाम के बाद, सोने की कीमतों में अचानक 2% की गिरावट देखी गई। बीएमओ कैपिटल मार्केट्स की रिपोर्ट के अनुसार, सोने की कीमत 2,689.98 डॉलर प्रति औंस तक गिर गई, जो पिछले ढाई हफ्तों से यह स्तर नहीं देखा गया था।
नए आर्थिक परिदृश्य में सोने की भूमिका
बीएमओ के कमोडिटी रिसर्च डायरेक्टर कॉलिन हैमिल्टन के मुताबिक, नई आर्थिक परिस्थितियों में सोना पोर्टफोलियो रोटेशन के लिएएक वित्तीय साधन हो सकता है। हालांकि, उन्हें उम्मीद है कि उभरते बाजार भविष्य में समर्थन देंगे क्योंकि व्यापारिक गतिविधियों में डॉलर का प्रयोग घटेगा। ट्रंप की राजनीतिक नीति के अंतर्गत इम्पोर्ट्स पर टैरिफ बढ़ाने की संभावना, चीनी आर्थिक प्रोत्साहन के साथ अस्थायी रूप से सामंजस्य स्थापित कर सकती है, लेकिन वैश्विक व्यापारिक संघर्ष के कारण प्रमुख कमोडिटी बाजार चिंता जताएगा।
व्यापारिक विवाद का संभावित प्रभाव
हैमिल्टन ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच द्विपक्षीय टैरिफ पहले ही गणनाओं में शामिल किए जा चुके हैं, लेकिन अगर यूरोप और एशिया की महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं को खींचने वाले बहु-पक्षीय व्यापार संघर्ष में उलझ जाते हैं, तो वैश्विक औद्योगिक पुनर्प्राप्ति धीमी हो सकती है। चीन की ऊर्जा संक्रमण प्रौद्योगिकी पर निर्भर जलवायु-विरोधी कार्रवाई में भी इस देरी का असर दिखाई दे सकता है।
ट्रंप की नीति और खनन उद्योग पर प्रभाव
ट्रंप की जीत से खनन उद्योग को भी नयी चुनौती मिलेगी। कई कंपनियां जो बाइडेन के कार्यकाल में बुनियादी ढांचा निर्माण और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए सरकार से अरबों डॉलर की फंडिंग मिली, ट्रंप के कार्यकाल में उसका ह्रास होने की आशंका जताई जा रही है। यह फंडिंग की कमी पहले से ही लिथियम, निकेल और अन्य बैटरी मेटल्स की कीमतों में कमी के असर को और बढ़ा सकती है। दूसरी ओर, ट्रंप के कार्यकाल में कमज़ोर हुए खनन क्षेत्रों को विशेष रूप से कोयले को बढ़ावा देने का वादा किया गया है। पर्यावरणीय विनियमों में ढील से खनन परियोजनाओं को तेजी मिल सकती है।
वैश्विक आयाम और डॉलर का असर
लंदन स्थित मेटल्स ट्रेडर सोलोमन ग्लोबल में प्रेसियस मेटल्स एनालिस्ट मैथ्यू जोन्स ने देखा कि ट्रंप की जीत के बाद से अमेरिकन डॉलर और बॉन्ड यील्ड में वृद्धि हुई। ट्रंप की टैक्स कटौती, डीरगुलेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर स्पेंडिंग से जुड़ी नीतियों के कारण बॉन्ड यील्ड में वृद्धि हुई है क्योंकि मार्किट में संभावित मुद्रास्फीति और वृद्धि की संभावनाओं का आकलन किया जा रहा है। जोन्स ने हैमिल्टन के साथ सहमति जताते हुए कहा कि ट्रंप की सुरक्षात्मक टैरिफ नीति से व्यापार के संतुलन में गड़बड़ी हो सकती है, और अगर वित्तीय बाजार में संकट आता है, तो सोना एक सुरक्षित निवेश के रूप में उभर सकता है।
व्यापारिक सहयोग और भविष्य की चिंताएँ
कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रंप को बधाई दी और अमेरिका के साथ कनाडा के मजबूत व्यापारिक संबंधों पर जोर दिया, जो पिछले साल $1.3 ट्रिलियन से अधिक थे, या प्रतिदिन $3.5 बिलियन मूल्य के सामान और सेवाओं का आदान-प्रदान होता था। हालांकि, ट्रंप की नीतियों से उत्पन्न होने वाले द्विपक्षीय व्यापारिक संघर्ष और मुद्रास्फीतिात्मक प्रभाव भविष्य में व्यापारिक सहयोग के लिए चुनौती बन सकते हैं।
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