ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के लिए भारत के खिलाफ शुरू होने वाली T20 सीरीज़ में एक अप्रत्याशित बदलाव आया है। तन्वीर संघा, 23 साल के न्यू साउथ वेल्स के लेग-स्पिनर, को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के टी20 स्क्वाड में शामिल किया गया है, जहाँ एडम ज़म्पा की जगह लेंगे। इस फैसले की घोषणा ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने 28 अक्टूबर, 2025 को की, जबकि पहला T20I कैनबेरा के मैनुका ओवल में 29 अक्टूबर को खेला जाएगा।
परिवार के कारण ज़म्पा का निष्कासन
एडम ज़म्पा, जो ऑस्ट्रेलियाई टीम के टी20 के लिए स्थायी स्पिनर हैं, ने अपनी पत्नी की गर्भावस्था के कारण इस सीरीज़ से अस्थायी रूप से वापसी कर ली है। उनकी पत्नी को दूसरा बच्चा होने वाला है, और ज़म्पा ने इस अवसर को अपने परिवार के साथ बिताने का फैसला किया है। यह फैसला पहले ही ऑस्ट्रेलिया के वनडे सीरीज़ के पहले मैच के दौरान भी लिया गया था, जो पर्थ में खेला गया था। ज़म्पा ने अपने व्यक्तिगत जीवन को प्राथमिकता देने का फैसला किया, और ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड ने इसे सम्मानजनक और मानवीय बताया।
तन्वीर संघा: अच्छे रूप में लौटे
तन्वीर संघा के लिए यह एक बड़ा मौका है। उन्होंने पिछले दो सालों से टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला था — अंतिम बार उन्होंने 2023 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 4 विकेट लेकर अपनी शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन अब उनका रूप बदल चुका है। न्यू साउथ वेल्स ब्लूज़ के लिए ओने-डे कप में उन्होंने 10 विकेट 14.10 के औसत से लिए, जो टूर्नामेंट में सबसे अधिक है। ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे के दौरान, उन्होंने लिस्ट ए मैचों में तीन मैचों में सात विकेट लिए। ये सब उनकी तकनीक, गति और दबाव में खेलने की क्षमता को दर्शाता है।
टीम के लिए गहराई का संकेत
ज़म्पा की जगह संघा को देने का फैसला ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की गहराई को दर्शाता है। यह सिर्फ एक बदलाव नहीं, बल्कि एक संदेश है — कि युवा प्रतिभाएँ तैयार हैं। जब भी कोई अनुभवी खिलाड़ी बाहर होता है, तो नए खिलाड़ी तुरंत अपनी जगह बना लेते हैं। संघा की आवाज़ अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं बन पाई थी, लेकिन अब वह अपने गेंदबाज़ी के साथ अपनी पहचान बनाने का मौका पा रहे हैं।
भारत के खिलाफ चुनौती
भारत के खिलाफ टी20 सीरीज़ हमेशा से एक बड़ी चुनौती रही है। भारतीय बल्लेबाज़ तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ अच्छे हैं, लेकिन स्पिनर्स के खिलाफ उनकी रणनीति बहुत स्पष्ट होती है। संघा को अपने लेग-स्पिन और विकेट-लेने की क्षमता से भारतीय बल्लेबाज़ों को घबराना होगा। उनकी गेंदें ज़म्पा की तरह नहीं हैं — वे ज्यादा घूमती हैं, और उनका एक्सपेरिमेंटल डिलीवरी का अंदाज़ भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए नया हो सकता है।
अगले कदम
अगले दो दिनों में संघा कैनबेरा पहुँचेंगे और टीम के साथ प्रशिक्षण शुरू करेंगे। उनके लिए यह टीम में जगह बनाने का समय है — न केवल ज़म्पा की जगह लेने के लिए, बल्कि अपनी पहचान बनाने के लिए। अगर वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो यह सीरीज़ उनके लिए एक ब्रेकआउट बन सकती है। ऑस्ट्रेलियाई कोच टीम ने उन्हें खेलने का पूरा विश्वास दिखाया है। अब संघा को अपने गेंदबाज़ी से उस विश्वास को साबित करना होगा।
इतिहास और पृष्ठभूमि
तन्वीर संघा का जन्म ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के परिवार में हुआ था। उन्होंने न्यू साउथ वेल्स के युवा प्रोग्राम से शुरुआत की और जल्दी ही अपनी लेग-स्पिन के साथ ध्यान आकर्षित किया। 2023 में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 4 विकेट लेकर अपनी शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन उसके बाद उन्हें नियमित टीम में जगह नहीं मिली। कई विश्लेषकों का मानना है कि उनकी गेंदबाज़ी में थोड़ी अनिश्चितता थी — लेकिन अब वह अनिश्चितता गायब हो चुकी है।
एडम ज़म्पा ने भी अपने व्यक्तिगत जीवन के लिए टीम से वापसी कर ली है, और यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए एक अच्छा संकेत है। जब खिलाड़ी अपने परिवार को प्राथमिकता देते हैं, तो टीम का समर्थन उनके साथ होता है। इस बार एक युवा खिलाड़ी को मौका मिला है — और वह इसे न सिर्फ अपने लिए, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए भी जीत सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
तन्वीर संघा क्यों चुने गए?
तन्वीर संघा को उनकी हालिया शानदार फॉर्म के कारण चुना गया है। न्यू साउथ वेल्स के लिए ओने-डे कप में 10 विकेट 14.10 के औसत से और भारत दौरे पर लिस्ट ए मैचों में 7 विकेट लेने के बाद, उन्हें स्पिन बैंक के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प माना गया।
एडम ज़म्पा कब वापस आएंगे?
ज़म्पा का अस्थायी निष्कासन उनकी पत्नी की गर्भावस्था से जुड़ा है। उन्हें अगली बड़ी सीरीज़ — शायद न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज़ — में वापस आने की उम्मीद है। अभी कोई आधिकारिक तारीख नहीं बताई गई है।
संघा की गेंदबाज़ी कैसी है?
संघा एक लेग-स्पिनर हैं जो बहुत घूमने वाली गेंदें फेंकते हैं और बल्लेबाज़ों को बाहर करने के लिए विकेट-लेने की क्षमता रखते हैं। उनका करियर बेस्ट 4 विकेट 31 रन का है, और उनकी गेंदें तेज़ और अनिश्चित होती हैं।
यह बदलाव भारत के लिए कैसा प्रभाव डालेगा?
भारतीय बल्लेबाज़ ज़म्पा की गेंदों को अच्छी तरह जानते हैं, लेकिन संघा की अलग गति और घूमने का अंदाज़ नया होगा। इसलिए भारतीय बल्लेबाज़ों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ सकती है, जो ऑस्ट्रेलिया के लिए फायदेमंद हो सकता है।
क्या संघा को लंबे समय तक टीम में रखा जाएगा?
अगर संघा इस सीरीज़ में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो वे अगली बड़ी सीरीज़ में भी शामिल हो सकते हैं। ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड अब युवा खिलाड़ियों को लंबे समय तक टीम में रखने की नीति अपना रहा है।
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18 टिप्पणि
Vitthal Sharma
तन्वीर का चयन बहुत सही फैसला है। ओने-डे कप में उसकी फॉर्म देखकर लगा कि वो अब टीम के लिए तैयार है।
chandra aja
ये सब बकवास है। ज़म्पा को बाहर करने का असली कारण कुछ और है - शायद भारत के खिलाफ स्पिन के खिलाफ उनकी कमजोरी को छुपाने के लिए। ये सब राजनीति है।
Sutirtha Bagchi
अरे ये तन्वीर तो भारतीय बैकग्राउंड का है ना? तो फिर ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल रहा है? 😒 भारत को भी इस तरह के खिलाड़ियों को नहीं चुना? ये तो बेवकूफी है!
Abhishek Deshpande
यहाँ बात यह है, कि ज़म्पा की जगह लेने वाला खिलाड़ी, जिसकी लेग-स्पिन बहुत घूमती है, और जिसकी औसत 14.10 है, और जिसने लिस्ट-ए में सात विकेट लिए हैं, तो यह एक बहुत ही तर्कसंगत और गहराई से सोचा हुआ फैसला है, जिसके पीछे डेटा, फॉर्म, और टूर्नामेंट के आंकड़े हैं...
vikram yadav
तन्वीर का भारतीय मूल होना और ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलना - ये ग्लोबल क्रिकेट की असली ताकत है। भारत के खिलाफ खेलकर वो अपने जड़ों को भी दिखा रहा है। बहुत अच्छा हुआ कि ऑस्ट्रेलिया ने उसे भरोसा दिया।
Tamanna Tanni
ये बदलाव बहुत अच्छा है। नए खिलाड़ियों को मौका देना ही टीम को आगे बढ़ाता है। तन्वीर को बस अपना खेल खेलना है।
Rosy Forte
इस निर्णय के पीछे एक अस्तित्ववादी विरोध है - जहाँ पारंपरिक विशेषज्ञता (ज़म्पा) को त्यागकर, एक अनिश्चित युवा प्रतिभा (संघा) को एक रूपांतरण के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जिसका अर्थ है कि आधुनिक क्रिकेट अब अनुभव की बजाय अस्थायी प्रदर्शन पर आधारित है।
Yogesh Dhakne
तन्वीर की गेंदबाज़ी में वो जादू है जो ज़म्पा के पास नहीं। वो घूमती है, बल्लेबाज़ उसे नहीं पढ़ पाते। भारत के खिलाफ ये बड़ा बदलाव हो सकता है। 😎
kuldeep pandey
ओहो... एक भारतीय मूल का खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल रहा है... और भारत इसे नहीं देख पा रहा? क्या हमारी टीमें अब सिर्फ बैंगलोर और मुंबई के लोगों को ही चुनती हैं? 😔
Hannah John
ये सब एक बड़ा धोखा है भाई... ज़म्पा को बाहर करने के बजाय उन्हें इस बार नहीं बुलाया गया क्योंकि वो भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ बहुत अच्छा खेलते हैं और उन्हें डर लग रहा है कि वो टीम को जीत दिला देंगे
dhananjay pagere
तन्वीर की गेंदें बहुत अनिश्चित हैं... लेकिन अगर वो एक मैच में 5 विकेट ले लेता है तो ये सीरीज़ उसकी हो जाएगी 🚀
Shrikant Kakhandaki
ये तन्वीर तो बस एक अभिनय है... ज़म्पा को बाहर करके इसे घुसाया गया है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ जीतने के लिए कुछ नया चाहिए... और इस लड़के को बनाया गया है
bharat varu
बहुत बढ़िया खबर! युवा खिलाड़ियों को मौका देना ही भविष्य है। तन्वीर को बस अपना दिल खोलकर खेलना है - हम सब तुम्हारे साथ हैं! 💪
Vijayan Jacob
ज़म्पा का फैसला इंसानी है। और तन्वीर का चयन... बस एक अच्छा बदलाव। कोई बड़ी बात नहीं।
Saachi Sharma
तन्वीर को मौका मिला, अब देखना होगा कि वो कैसे खेलता है। बस इतना ही।
shubham pawar
अरे भाई... तन्वीर तो अपने दादा के घर में बड़ा हुआ था ना? वो तो गुजरात का है... और अब ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल रहा है? ये तो एक बड़ा दर्द है... मेरा दिल टूट गया
Nitin Srivastava
इस निर्णय के पीछे एक पोस्ट-मॉडर्न रूपांतरण का संकेत है - जहाँ नैतिक आधार (परिवार) को नियति के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जबकि व्यावहारिकता (तकनीकी प्रदर्शन) को अंतरिम अस्थायी विकल्प के रूप में उपयोग किया जा रहा है। यह एक नए युग का आगमन है।
Nilisha Shah
तन्वीर की ओर ध्यान देना चाहिए। उसकी गेंदबाज़ी में निरंतरता है, और उसका अनुभव भारत के खिलाफ बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है। इस तरह के खिलाड़ियों को टीम में रखना बहुत बुद्धिमानी है।
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