आल सोल्स डे पर पोप फ्रांसिस की विशेष प्रार्थना
पूरी दुनिया में पोप फ्रांसिस अपने धार्मिक जनसमूहों और प्रवचनों के लिए प्रसिद्ध हैं। इस साल, उन्होंने आल सोल्स डे पर रोम के लौरेन्टिनों कब्रिस्तान में 'गार्डन ऑफ एंजल्स' में विशेष मास का आयोजन किया। यह गार्डन उन परिवारों के लिए समर्पित है जिन्होंने अपने बच्चों को खो दिया, जिसमें मिथ्य गर्भधारण के मामले शामिल हैं। 2012 में स्थापित इस स्थान पर पोप की यात्रा, उनके धार्मिक समुदाय के प्रति गहरी संवेदनशीलता को दर्शाती है।
इस विशेष प्रार्थना सभा में 100 से ज्यादा भक्त मौजूद थे, जिनमें रोम के मेयर रॉबर्टो गुएल्तियरी भी शामिल थे। पोप फ्रांसिस की उपस्थिति ने इस सभा को और भी भावुक बना दिया जब उन्होंने 'गार्डन ऑफ एंजल्स' में एक स्मारक पत्थर पर सफेद गुलाब चढ़ाए और कुछ समय के लिए मौन प्रार्थना की। इस समारोह के दौरान, यात्री माताओं ने पोप का स्वागत किया, जिन्होंने 'स्पार्क्स ऑफ होप' संघ के जरिए उनके खोए हुए बच्चों का स्मरण किया। यह माताएं, जिन्होंने अपने बच्चों को खो दिया है, उन्होंने पोप को सफेद स्कार्फ भेंट किए, जो कि उनके और उनके बच्चों की ओर से पोप के प्रति प्रेमपूर्ण आलिंगन का प्रतीक था।
प्रार्थना की अंतरंगता
इस मास के दौरान पोप ने कोई औपचारिक प्रवचन नहीं दिया, बल्कि मौन में प्रार्थना करते रहे। उन्होंने इस अवसर का लाभ उठाते हुए उन सभी आत्माओं के लिए प्रार्थना की जो हमारे बीच नहीं रही। उन्होंने प्रार्थना में कहा, "भगवान, अपनी करुणा की बाहों को खोलें और उन्हें पवित्र यरुशलम की शानदार सभा में ग्रहण करें।" इसके बाद, पोप ने कब्रों पर पारंपरिक आशीर्वाद दिया, जिससे वहां मौजूद सबका दिल बहुत भर गया।
पिछली यात्रा और परंपराएं
यह पोप फ्रांसिस की 'गार्डन ऑफ एंजल्स' की दूसरी यात्रा थी; उन्होंने 2018 में पहले भी अल सोल्स डे के मौके पर यहां मास का आयोजन किया था। उनके स्थान का चुनाव दिखाता है कि कैसे वे हर बार विभिन्न कब्रिस्तानों में अल सोल्स डे मनाने की परंपरा को बनाए रखते हैं। 2023 में, उन्होंने रोम वॉर कब्रिस्तान में मास का आयोजन किया, जिसमें द्वितीय विश्व युद्ध से जुड़े 426 कॉमन्स वेल्थ की कब्रें हैं। 2020 के कोविड-19 महामारी के दौरान, उन्होंने वेटिकन शहर में रहते हुए चर्च ऑफ आवर लेडी ऑफ मर्सी में मास मनाया था।
प्रमुख विशेषताएं
यह विशेष यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम थी जिसमें पोप ने समुदाय द्वारा झेली गई कठिनाइयों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। अपने किसी भी प्रवचन के बिना इस मौन प्रार्थना सभा ने परिवारों को उनके विशिष्ट क्षणों में गहरी सांत्वना दी। उनकी यह यात्रा एक ऐसे समर्पण का प्रदर्शन थी जो उन परिवारों के प्रति है जिन्होंने अपने बच्चों का नुकसान झेला। पोप फ्रांसिस की इस यात्रा ने एक बार फिर यह साबित किया कि वह अपने धार्मिक समुदाय के प्रति कितने समर्पित और संवेदनशील हैं।
आगे की योजनाएं
अगले दिन, पोप सेंट पीटर्स स्क्वायर में एंजेलस का नेतृत्व करेंगे और 4 नवंबर को सेंट पीटर्स बेसिलिका में उन बिशप और कार्डिनल्स के लिए मास का आयोजन करेंगे जो पिछले साल दिवंगत हो चुके हैं। इस तरह के आयोजन से पोप फ्रांसिस धर्म के प्रति अपनी निष्ठा और सेवा की भावना को दर्शाते हैं।
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