नीरज चोपड़ा की धमाकेदार शुरुआत
भारत के नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर अपनी अद्वितीयता का परिचय देते हुए पेरिस ओलंपिक्स में अपनी पहली ही थ्रो के साथ पुरुषों की जेवलिन थ्रो फाइनल में प्रवेश कर लिया है। नीरज ने 89.34 मीटर की दूरी तय की, जोकि इस सीजन की उनकी सर्वश्रेष्ठ थ्रो है। यह प्रदर्शन बिल्कुल वैसा ही है जैसा उन्होंने टोक्यो ओलंपिक्स में किया था, जहां उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था।
नीरज चोपड़ा की फिटनेस पर सवाल
गत चैंपियन नीरज चोपड़ा ने खेलों के मद्देनजर अपनी फिटनेस को लेकर चिंताओं को दरकिनार करते हुए यह शानदार थ्रो की। नीरज ने पहले ही खुलासा किया था कि खेलों की तैयारी के दौरान उन्हें एडडक्टर में चोट लगी थी। इसके बावजूद उन्होंने अपनी पहली ही थ्रो में 84 मीटर के स्वत: क्वालिफिकेशन मार्क को पार कर लिया।
नीरज चोपड़ा का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ
हालांकि नीरज चोपड़ा की यह थ्रो 89.34 मीटर इस सीजन की सर्वश्रेष्ठ थ्रो है, लेकिन उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 89.94 मीटर का रिकॉर्ड आज भी कायम है, जिसे उन्होंने 2022 में बनाया था।
भारतीय टीम के अन्य सदस्य
भारत के अन्य प्रतिभागी किशोर जेना क्वालिफाई करने में असफल रहे, उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 80.73 मीटर था। जेना ने पिछले साल अक्टूबर में एशियाई खेलों में 87.54 मीटर की थ्रो के साथ स्वत: ओलंपिक्स की बर्थ प्राप्त की थी, लेकिन हाल की प्रतियोगिताओं में 80 मीटर के निशान को पार करने में संघर्ष कर रहे थे।
अन्य प्रतिभागियों का प्रदर्शन
पाकिस्तान के अरशद नदीम, जोकि राष्ट्रमंडल खेलों के रेकॉर्डधारी चैंपियन भी हैं, ने 86.59 मीटर की थ्रो के साथ फाइनल में अपनी जगह बनाई। ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने 88.63 मीटर की थ्रो के साथ क्वालिफाई किया। जर्मनी के जूलियन वेबर ने ग्रुप ए में 87.76 मीटर की पहली थ्रो के साथ टॉप किया, इसके बाद कीनिया के पूर्व वर्ल्ड चैंपियन जूलियस येगो (85.97 मीटर) और टोक्यो ओलंपिक्स के रजत पदक विजेता जाकूब वाडलेच (85.63 मीटर) का स्थान रहा। फिनलैंड के टोनी केरानेन चौथे धावक रहे, जिन्होंने 84 मीटर का स्वत: क्वालिफिकेशन मार्क पार किया।
फाइनल में रोमांचक मुकाबला
अब सभी की निगाहें इस गुरुवार को होने वाले फाइनल मुकाबले पर टिकी होंगी, जहां नीरज चोपड़ा और अन्य शीर्ष थ्रोअर्स के बीच रोमांचक मुकाबला होने की संभावना है। उम्मीद की जा रही है कि नीरज चोपड़ा न केवल अपने सीजन की सर्वश्रेष्ठ थ्रो को दोहराएंगे, बल्कि अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ को भी पार करेंगे और एक बार फिर देश का मान बढ़ाएंगे।
फाइनल मुकाबले में देखने को मिलेगा कि यह युवा खिलाड़ी अपनी कठिन मेहनत और दृढ़ संकल्प से कैसे बाधाओं को पार करता है। यह देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या नीरज चोपड़ा अपनी इस समय की भूमिका को कायम रखते हुए एक बार फिर स्वर्ण पदक देश के नाम करते हैं।
इस बार के ओलंपिक्स में भारतीय खेल प्रेमियों की उम्मीदें नीरज चोपड़ा पर टिकी हैं और सभी को विश्वास है कि वह इस बार भी उन्हीं की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे। पेरिस ओलंपिक्स के इस रोमांचक मुकाबले की अंतिम जांच कड़ी में यह देखना होगा कि नीरज, अरशद, एंडरसन और अन्य प्रतियोगियों के बीच कौन शीर्ष पर रहेगा।
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