भारतीय फुटबॉल के लिए नया चैप्टर
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने मनो लो मार्केज़ को भारतीय पुरुष सीनियर फुटबॉल टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त कर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कदम तब आया जब इगोर स्टिमाक की नेतृत्व में टीम की परफॉर्मेंस वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स में निर्भर रही। मार्केज़, जो अपने अनुकरणीय कोचिंग कौशल के लिए जाने जाते हैं, अब इस चुनौतीपूर्ण भूमिका में स्थिरता लाने की कोशिश करेंगे।
नई जिम्मेदारियों के साथ स्वागत
AIFF के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने मार्केज़ का गर्मजोशी से स्वागत किया और FC गोवा का धन्यवाद किया, जो मार्केज़ को राष्ट्रीय टीम के लिए रिलीज करने के लिए सहमत हुए। यह नियुक्ति कई दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण है, खासकर भारतीय फुटबॉल में एक नई दिशा की शुरुआत के लिए। चौबे ने कहा, "हमें विश्वास है कि मार्केज़ के अनुभव और उनके समर्पण से हमारी राष्ट्रीय टीम को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।"
दोहरी भूमिका की चुनौती
मार्केज़ 2024-25 सीज़न के लिए भारतीय टीम के साथ-साथ FC गोवा की कोचिंग की जिम्मेदारी भी निभाएंगे। यह पहल मार्केज़ के लिए एक नई चुनौती होगी, क्योंकि वह दोनों जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश करेंगे। मार्केज़ ने अपने वक्तव्य में कहा, "भारत मेरे लिए दूसरा घर है और इस राष्ट्रीय टीम को कोच करने का अवसर मिलना मेरे लिए एक महान सम्मान है।"
महत्वपूर्ण रिकॉर्ड और अनुभव
मार्केज़ भारत में 2020 से कोचिंग कर रहे हैं और उन्होंने हायदराबाद FC को 2021-22 सीज़न में ISL कप जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी यह उपलब्धि उन्हें भारतीय फुटबॉल सर्कल में एक प्रमुख जगह दिलाती है। वर्तमान में वह FC गोवा के कोच हैं और उनकी नेतृत्व के तहत टीम ने कई मायनों में उत्कृष्टता दिखाई है।
मार्केज़ का भारतीय फुटबॉल के प्रति योगदान
मार्केज़ के भारतीय फुटबॉल के प्रति समर्पण ने उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका में फिट बना दिया है। वह अपने अनुभव और कौशल से भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का संकल्प रखते हैं। उनके आने से टीम की रणनीति और खेल स्टाइल में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं।
भविष्य की तैयारियाँ
AIFF और FC गोवा के बीच अच्छे तालमेल की भी योजना बनाई गई है ताकि मार्केज़ की दोहरी भूमिका का न्यूनतम प्रभाव हो। यह देखा जाएगा कि उनकी कोचिंग के तहत भारतीय टीम कितनी सक्षम बनती है और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर कितनी प्रभावी प्रदर्शन करती है।
सारांश
मनो लो मार्केज़ की नियुक्ति भारतीय फुटबॉल के लिए एक नए युग की शुरुआत की ओर संकेत करती है। एक अनुभवी कोच के रूप में, उनसे उम्मीद की जाती है कि वे भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाएंगे। FC गोवा और AIFF के सहयोग से, यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले सीजन में भारतीय फुटबॉल कितनी तरक्की कर सकता है।
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