मंकीपॉक्स प्रकोप का बढ़ता खतरा
14 अगस्त 2024 को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक ने मंकीपॉक्स के प्रकोप को एक अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया। संगठन के इस निर्णय के पीछे कारण केवल मामलों की बढ़ती संख्या नहीं बल्कि इसके कारण उत्पन्न वैश्विक स्वास्थ्य संकट के खतरे भी हैं। मंकीपॉक्स का प्रकोप अब तक कई देशों में फैल चुका है, और इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में डब्ल्यूएचओ ने यह चेतावनी दी है कि अगर इस प्रकोप को जल्द से जल्द नहीं रोका गया, तो यह संपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
विशेषज्ञों की सलाह और निर्णय
डब्ल्यूएचओ महानिदेशक द्वारा यह घोषणा तब की गई जब एक आपातकालीन समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में स्वास्थ्य विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने मंकीपॉक्स की स्थिति पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने देखा कि मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इसका प्रसार अन्य देशों में भी हो रहा है। इसके बाद, विशेषज्ञों ने सर्वसम्मति से सिफारिश की कि इसे अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया जाना चाहिए।
तत्काल कदम और समुदाय की भूमिका
डब्ल्यूएचओ ने सभी सदस्य राज्यों से आग्रह किया है कि वे अपनी जन स्वास्थ्य निगरानी प्रणाली को मजबूत करें। इस प्रक्रिया में वे संक्रमित व्यक्तियों का पता लगाने और उन्हें अलग करने, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में सुधार और टीकों और उपचार की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं। निगरानी और संपर्क अनुरेखण में सुधार इस प्रकोप को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
वैज्ञानिक सहयोग और तकनीकी सहायता
इसे रोकने के लिए डब्ल्यूएचओ ने प्रभावित देशों को तकनीकी सहायता प्रदान करने की भी योजना बनाई है। यह सहायता बेहतर निगरानी प्रणाली, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, और प्रभावी उपचार और टीकाकरण कार्यक्रमों को लागू करने के लिए दी जाएगी। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सदस्य देशों के बीच सबसे अच्छी प्रथाओं का आदान-प्रदान हो।
अंतर्राष्ट्रीय समर्थन की आवश्यकता
महानिदेशक ने कहा कि इस प्रकोप से लड़ने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन की आवश्यकता है। डब्ल्यूएचओ बुरे स्वास्थ्य नतीजों को कम करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील कर रहा है। सभी देशों को आपस में सहयोग करना होगा ताकि इस वायरस के प्रसार को रोका जा सके और वैश्विक स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सके।
मंकीपॉक्स एक गंभीर बीमारी है जो त्वचा पर फफोले और घावों का कारण बनती है। इसका प्रसार संक्रमित व्यक्तियों के निकट संपर्क के माध्यम से होता है। इसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयास और तत्काल कार्रवाई आवश्यक है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
डब्ल्यूएचओ की यह घोषणा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में एक गंभीर समस्या के प्रति सचेत करती है। अब यह समय है कि सभी सदस्य देश एक जुट होकर इस आपातकालीन स्थिति का सामना करें। इस प्रकोप को रोकने के लिए एक समन्वित प्रयास की आवश्यकता है। वैश्विक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा।
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