मयंक यादव: भारतीय क्रिकेट के नए सितारे की कहानी
जब बात आती है मयंक यादव, भारतीय क्रिकेट के एक ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने टी20 फॉर्मेट में अपनी बल्लेबाजी से नया मानक तय किया है, तो एक नाम तुरंत दिमाग में आता है — राधा यादव, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की एक ऐसी फील्डर जिसने डाइविंग कैच से इतिहास रच दिया। दोनों के नाम में यादव है, लेकिन दोनों अलग-अलग युग के प्रतीक हैं। मयंक बल्लेबाजी के ज़रिए बनाते हैं रिकॉर्ड, राधा फील्डिंग के ज़रिए बदल देती हैं मैच का रुख। ये दोनों नाम आज के भारतीय क्रिकेट के दिल की धड़कन हैं।
मयंक यादव के नाम से जुड़ी बातें सिर्फ़ बल्ले से नहीं बनतीं। उनकी बल्लेबाजी का अंदाज़, उनका टी20 में अंदाज़, और उनकी टीम के साथ बनाई गई जीतें — ये सब एक नए पीढ़ी के खिलाड़ियों की ओर इशारा करते हैं। जब नश्रा सन्धू, महिला विश्व कप 2025 में हिट-विकेट के साथ दुर्लभ क्षण बनाने वाली खिलाड़ी ने बांग्लादेश को 130 रन चूके बिना हराया, तो उस जीत के पीछे भी एक ऐसा ही दिमाग था जो जीत को एक नए तरीके से देखता है। और जब बेथ मूनी, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जिसने 57 गेंदों में शतक बनाकर भारत को भारी हार दिलाई, ने रिकॉर्ड तोड़ा, तो ये साबित हुआ कि क्रिकेट अब सिर्फ़ बल्लेबाजी या गेंदबाजी का खेल नहीं — ये फॉर्म, फिटनेस और फैंसी के खेल में बदल गया है।
क्या आप जानते हैं मयंक यादव का नाम आज इतना बड़ा क्यों है?
क्योंकि वो सिर्फ़ एक खिलाड़ी नहीं हैं। वो एक नए नज़रिए के प्रतीक हैं — जहाँ रिकॉर्ड बनाना बस शुरुआत है, और दबाव में भी बल्ला चलाना एक कला है। उनके नाम के साथ जुड़े ये लेख आपको दिखाते हैं कि आज का क्रिकेट कैसे बदल रहा है। चाहे वो इंग्लैंड का 304/2 का रिकॉर्ड हो, या नश्रा सन्धू का हिट-विकेट, या राधा यादव का डाइविंग कैच — सब एक ही दिशा की ओर इशारा करते हैं: भारतीय क्रिकेट अब बस बल्ले से नहीं, दिमाग से भी जीत रहा है। नीचे आपको ऐसे ही उन लेख मिलेंगे, जो मयंक यादव के नाम के साथ जुड़े हुए हैं — कुछ सीधे, कुछ अप्रत्यक्ष, लेकिन सब असली।